शिमला. हिमाचल प्रदेश के लोगों और देश भर के पर्यटकों के लिए जल्द ही किरतपुर-नेरचौक फोरलेन शुरू हो जाएगा. इसके दो लेन को शुरू करने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई), फोरलेन निर्माण कार्य कर रही कंपनी और जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने फोरलेन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की
इसी कड़ी में उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने फोरलेन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. बैठक में फोरलेन निर्माण में पेश आ रही समस्याओं व भूमि अधिग्रहण संबंधी मामलों के समाधान के लिए जिला प्रशासन व संबंधित विभागों के अधिकारियों, गाबर कंपनी के अधिकारियों, रेलवे के अधिकारियों व एनएचएआई के अधिकारियों के बीच चर्चा हुई. उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने बताया कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का कार्य अंतिम चरण में है.
इस फोरलेन में पांच बड़े पुल निर्माणाधीन है
इस फोरलेन के बनने से बिलासपुर की दूरी कैंची मोड़ से मात्र 22 किलोमीटर रह जाएगी. इस फोरलेन में छोटी बड़ी पांच टनल और 22 मुख्य व 14 छोटे पुलों का निर्माण हो रहा है. उन्होंने बताया कि पांचों टनल के छोर पहले ही मिल चुके हैं. इस फोरलेन में 22 मुख्य पुल में से लगभग 17 पुल तैयार हो चुके हैं और पांच बड़े पुल निर्माणाधीन है. 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. इसके अतिरिक्त सभी छोटे पुलों का निर्माण हो चुका है.
PWD के अधिकारी इन सड़कों की रिपोर्ट तैयार कर कंपनी को सौंपेंगे
बैठक के दौरान उपायुक्त ने गाबर कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस फोरलेन के निर्माण के दौरान लोक निर्माण विभाग के अधीन सभी क्षति ग्रस्त सड़कों का मरम्मत कंपनी द्वारा ही किया जाएगा. जिसके लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इन सड़कों की रिपोर्ट तैयार कर कंपनी को सौंपेंगे. बैठक के उपरांत उपायुक्त ने भूमि अधिग्रहण से संबंधित लोगों व गाबर कंपनी के अधिकारियों के साथ अलग से भी बैठक की. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि सभी को तय नियमों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा.