कुल्लू. लाहौल घाटी में बर्फबारी के बावजूद राजा घेपन का दौरा अभी भी जारी है. यहां आस्था के आगे बर्फीला तूफान भी हार गया है. सैकड़ों श्रद्धालु(देवलू) राजा घेपन की परिक्रमा में शामिल हुए. बर्फ के फाहों के बीच श्रद्धालु कारकून देवता को लिए घर-घर की परिक्रमा कर रहे हैं. ग्रामीण भी बर्फ के फाहों के बीच अपने आराध्यदेव का स्वागत कर रहे हैं.
जाहलमा से ही अपनी यात्रा पूरी कर वापस लौटे
आस्था के अनुसार उम्मीद यह जाहिर की गई थी कि राजा घेपन के देवालय में प्रवेश करने के बाद ही बर्फबारी गति पकड़ेगी. लेकिन इस बार राजा के दौरे के दौरान बर्फबारी हुई है. बता दें कि राजा घेपन हर तीसरे साल लाहौल घाटी की परिक्रमा करते हैं और उदयपुर के मडग्रां तक लोगों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. इस बार हालांकि राजा घेपन जाहलमा से ही अपनी यात्रा पूरी कर वापस लौट आए थे.
माइनस तापमान में भी परिक्रमा में डटे हुए लोग
राजा घेपन पांच दिसंबर को घाटी के अंतिम गांव कोकसर पहुंच गए थे. लेकिन चंद्रा घाटी का पूरा दौरा करने के बाद वीरवार को अपने देवालय में प्रवेश करेंगे. लाहौल घाटी में परसों से हो रही बर्फबारी भी श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं कर पाईं. इसे आस्था की शक्ति ही कहेंगे कि माइनस तापमान में भी परिक्रमा में डटे हुए लोग दिखे.
राजा घेपन अब तीन साल बाद लाहुल घाटी की परिक्रमा करेंगे
श्रद्धालुओं में रतन, सोनम, विवेक ने बताया कि बर्फबारी में भी सैकडों लोग राजा घेपन की परिक्रमा में शामिल हैं. आराध्यदेव ग्रामीणों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद दे रहे हैं. राजा घेपन के पुजारी ने बताया की आज आराध्यदेव अपने देवालय में प्रवेश कर जाएंगे. राजा घेपन अब तीन साल बाद लाहुल घाटी की परिक्रमा करेंगे.