कुल्लू. वैली ब्रिज पैदल चलने के लिए खुल गया है. लोक निर्माण विभाग ने पुल की प्लेटों को जोड़ने का काम पूरा कर लिया है. लिहाजा, एक माह से भुंतर में पुल के कारण परेशान लोगों को बड़ी राहत मिली है. हालांकि पुल से होकर वाहनों की आवाजाही के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. लोनिवि के अधिकारियों के अनुसार पुल के साथ लगते ईलाकों में नैशनल हाईवे टीम शेष बचे कार्य को निपटा रही है. कार्य के पूरा होने तक वाहनों को यहां से गुजारा नही जा सकेगा. बुधवार को यहां से लोगों के पैदल आर-पार होने का सिलसिला शुरू हो गया.
छोटे वाहनों को भी वैकल्पिक मार्गों के जरिए भेजा जा रहा
अस्थाई पुल के बनने के बाद अब यहां से वाहनों की आवाजाही आरंभ हो जाएगी. उसके बाद नए पुल को बनाने की प्रक्रिया भी जल्दी ही शुरू कर दी जाएगी. भुंतर में यातायात व्यवस्था बनाने के लिए मणिकर्ण, दियार और गड़सा की बसों को पारला भुंतर और वाया बजौरा से होकर गुजारा जा रहा है. छोटे वाहनों को भी वैकल्पिक मार्गों के जरिए भेजा जा रहा है.
पुराने वैली ब्रिज से काफी ज्यादा मजबूत
विभाग के अनुसार नया अस्थाई पुराने वैली ब्रिज से काफी ज्यादा मजबूत है और भार सहने की क्षमता अधिक है. लोनिवि के मैकेनिकल विंग के सहायक अभियंता डीएस ठाकुर ने बताया कि पुल को जोड़ने का काम पूरा कर लिया गया है और पैदल आवाजाही बहाल कर गई है. उन्होंने बताया कि टायरिंग और कुछ अन्य कार्य पूरा होने के बाद वाहनों की आवाजाही भी यहां से आरंभ कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि तय समय में अस्थाई पुल को तैयार कर लिया गया है.