नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने बिहार के नेताओं की सुरक्षा में कटौती कर दी गई है. इसमें सबसे पहला नाम लालू प्रसाद यादव का है जिन्हें अब तक Z+सिक्याेरिटी दी जाती थी, लेकिन अब इसे कम कर के Z श्रेणी में डाल दिया गया है.
Z+ श्रेणी में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी शामिल थे लेकिन अब मांझी की भी सुरक्षा ले ली गई है. उनके पास अब किसी भी कैटेगरी की सुरक्षा नहीं है, इसका मतलब ये है कि उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए सिर्फ बिहार पुलिस पर ही भरोसा करना पड़ेगा.
केंद्र सरकार ने लालू और जीतन राम मांझी की सुरक्षा में कमी करने का फैसला 23 नवंबर को लिया और इस बात की जानकारी बिहार पुलिस के आला अधिकारियों को दे दी गई है. सूत्रों के मुताबिक लालू को Z कैटेगरी सुरक्षा के तहत अतिरिक्त CRPF कि सुरक्षा मिल सकती है, लेकिन इस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.
क्या है जेड प्लस सुरक्षा
देश में वीवीआईपी और वीआईपी को सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. कुछ नेताओं को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिलती है, कुछ को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलती है तो कुछ को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाती है.
जेड प्लस –
जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा देश की सबसे बड़ी वीवीआईपी सुरक्षा श्रेणी है. इस सुरक्षा श्रेणी में वीवीआईपी के साथ 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. वहीं 10 एनएसजी कमांडो भी हर वक्त वीवीआईपी के साथ तैनात रहते हैं. कहा जाता है कि इस सुरक्षा श्रेणी में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है.
जेड सुरक्षा और वाई श्रेणी –
जेड श्रेणी की सुरक्षा में 22 सरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं जबकि 5 एनएसजी कमांडो हर वक्त तैनात रहते हैं. वहीं वाइ श्रेणी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी और 2 एनएसजी कमांडो की तैनाती की जाती है.