कांगड़ा : नगर निगम धर्मशाला ने विश्व में सबसे पहले अंडर ग्रांउड डस्टबिन निर्माण करवाया था. परन्तु शहर का यह डस्टबिन कूड़ा डालने के बजाय खुद कचरे में परिवर्तित होता नजर आ रहा है. धर्मशाला नगर निगम के साथ कई वार्ड स्थापित किये गये हैं. डस्टबिन के लिए बनाई गई टाइलों की परत भी टूटने लगी है. इसके चलते नगरवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नगरवासियों ने धर्मशाला नगर निगम के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है. विदेशी तकनीक के साथ स्थापित किए गए अंडर ग्राउंड डस्टबिन पहाड़ी राज्य की पहली दो बारिशें भी सहन नहीं कर पाई.
कुछ वार्डों में सुचारू रूप से काम कर रहे अंडर ग्राउंड डस्टबिन
17 वार्डों में भूमिगत कूड़ेदान स्थापित कर दिए गए हैं. कई स्थानों में अंडर ग्राउंड डस्टबिन का इस्तेमाल भी सूचारू रूप से शुरू कर दिया गया है. इसके साथ ही स्मार्ट हाईटेक ट्रक भी कूड़ा-कचरा उठाने के लिए कई स्थानों में पहुंच रहा है. खेल परिसर व खण्ड सहित अन्य वार्ड में अंडरग्राउंड डस्टबिन क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश की स्थिति नजर आ रही है. भूमिगत कूड़ेदानों को स्थापित किए हुए आधा माह भी नहीं हो पाया है. भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी राकेश शर्मा ने शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शहरी विकास मंत्री ने 4 जून को 12 करोड़ रुपय की लागत से बने अंडर ग्रांउड डस्टबिन का उद्घाटन किया और अधिकतर डस्टबिन टूट चुके हैं.