हमीरपुर. शराब के पांच ठेकेदार सरकार को करीब 12 करोड़ का चूना लगाकर फरार हो गये हैं. हमीरपुर समेत कांगड़ा, मंडी के ठेकेदार करोड़ों रूपये का गोलमाल कर फरार हो चुके हैं. जिस पर हमीरपुर में पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
हिमाचल प्रदेश बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPBCL) के गोदाम से करीब 12 करोड़ की शराब उठाकर निकल गये. ठेकेदारों ने इस शराब को बेचकर खुद की जेब भर ली. लेकिन सरकार को पैसे देना भूल गये और अब ग़ायब है, गोदाम से जारी हुये सामान की पेमेंट जमा न होने का खुलासा सरकार द्वारा निर्धारित किए गए शराब कॉरपोरेशन के खाते में पैसे जमा न होने से हुआ. अब पांचों ही ठेकेदारों की तलाश की जारी है. वही कॉरपोरेशन ने पांचों ठेकेदारों पर कोर्ट में केस कर दिया है.
करोड़ों की राशि का गोलमाल करने बाद ठेकेदार का कुछ अता-पता नहीं चल रहा है. वहींइस बार प्रदेश में सरकार ने शराब के अपने गोदाम बनाए हुए है. हिमाचल प्रदेश बेवरेजे कोर्पोरशन लिमिटिड के बैनर तले हर जिला में शराब के गोदाम बनाए गए है. हमीरपुर में यह गोदाम बजूरी में चल रहा है. शराब के ठेकेदार यहां से तभी माल उठा सकते है. जब उनके द्वारा सरकार के खाते में पैसे जमा करवाने के प्रमाण पत्र दिखाये जाते है.
पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने इसकी पुष्टि करते हुये बताया कि कंपनी की तरफ से मामला दर्ज हुआ है. जिसमें शराब के थोक व्यापार को सही ढंग से क्रियान्वित करने के लिये कॉरपोरेशन बनाया गया है. नियमों के अनुसार परचून लाइसेंस विक्रेता को शराब तभी दी जाएगी. यदि वह अग्रिम अदायगी करेगा. जब एचपीबीएल का वार्षिक लेखा परीक्षण किया गया तो पाया गया कि 543.59 करोड़ की शराब, परचून लाइसेंस धारक को दी गयी. इसमें से 11,47,50,291 रुपये एचपीबीएल के खाता में नहीं आये है.
जिन ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उनके नाम इस प्रकार हैं – अशोक कुमार पुत्र कुलदीप सिंह गांव बांग बनियाल डा. सुनहेत तहसील देहरा, अंकुश राणा पुत्र परवीन ठाकुर गांव भगोल डा. पटलांदर तहसील सुजानपुर, अशोक कुमार पुत्र मान चंद गांव बही डा. भांबला तहसील सरकाघाट, रवि प्रकाश पुत्र थैनू राम गांव व डा. डुड़ाणा तहसील नादौन, नरेंदर ठाकुर पुत्र संत राम गांव दलोली डा. तलौरा तहसील घुमारवीं के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है.
वही गोदाम प्रभारी टेक चंद का कहना है कि “ठेकेदार फर्जी प्रमाण पत्र दिखाकर गोदाम से करीब सवा करोड़ की शराब ले गये है”. दोनों के खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई है.