धर्मपुर(मंडी). हिमाचल प्रदेश में लाइब्रेरियों की दशा को सुधारने की मांग हिमाचल प्रदेश लाइब्रेरियन संघ के प्रदेशाध्यक्ष रूप लाल राणा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से की है. उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों से पुस्तकालयों को बजट स्वीकृत न करने और साथ ही पदों को न भरने के कारण पुस्तकालयों का संचालन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है, जबकि पुस्तकालय किसी भी शिक्षण संस्थान एक जरूरी हिस्सा होता है.
बिना पुस्तकालय के या पुस्तकालय में सुविधाओं के आभाव के कारण प्रदेश में शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चे ज्ञान से वंचित रह जाते हैं. रूप लाल राणा ने बताया कि इस समय शिक्षा विभाग में कॉलेज लाइब्रेरियन के 130 पद, स्कूल लाइब्रेरियों में 700 पद, लाइब्रेरी अटेंडेंट के 60 पद और लाइब्रेरी रिस्ट्रोरर के 50 पद खाली चल रहे हैं. उन्होंने सरकार से इन पदों को भरने व प्राइवेट स्कूलों में भी लाइब्रेरी होना अनिवार्य करने की मांग की है, क्योंकि ज्यादातर प्राइवेट स्कूल बिना पुस्तकालयों के ही चल रहे हैं.