नई दिल्ली. अमेरिका से तोप खरीदने के सौदे को धक्का लगा है. राजस्थान के पोखरण फील्ड रेंज में परीक्षण के दौरान तोप एम-777 का बैरल फट गया. पिछले साल 30 नवंबर को भारत और अमेरिका के बीच इन तोपों की खरीद के लिए समझौता हुआ था. इस सौदे में से केवल दो तोपें अभी भारत लायी गयी थीं. 1980 के बोफोर्स घोटाले के बाद पहली बार विदेशी कंपनी से तोप खरीदी गयी है. यह हादसा दो सितंबर को हुआ.
भारतीय सेना और अमेरिकन कंपनी की संयुक्त टीम हादसे की जांच कर रही है. समझौते के मुताबिक 145 तोपें सेना को दी जानी है. इनमें 25 तोपों को सीधे अमेरिकी कंपनी बीएई सौंपेगी जबकि शेष भारत में ही महिन्द्रा के साथ बनायी जाएगी. भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर इन तोपों की खरीददारी अहम मानी जा रही है. इसे चीन के साथ लगती भारत की पूर्वी सीमा पर तैनात किया जाना था. एम-777 तोपें सबसे हल्की तोपों में एक है इसलिए आसानी से पहाड़ी इलाकों में वायुमार्ग के माध्यम से ढोयी जा सकती हैं.
इन तोपों से 40 किमी दूर के लक्ष्य पर निशाना लगाया जा सकता है. डिजिटल फायर कंट्रोल युक्त इन तोपों से 1 मिनट में 5 बार फायरिंग हो सकती है.