कांगड़ा (परागपुर). शिव महादेव पुरत्याला मंदिर में पिछले पांच दिनों से चल रही श्री मद भागवत कथा के छटे दिन पंडित सुमित शास्त्री ने भागवत धर्म की विशेषता बताई. उन्होंने कहा कि आप जो भी कर्म करते हो उन सबको सर्वरुप परमात्मा की सेवा मैं समर्पित कर दीजिए.
पंडित सुमित शास्त्री जी ने कहा कि आत्मज्ञान के सिवाय अन्य कोई भी वस्तु इस मनुष्य को संसार से मुक्त करने के लिए समर्थ नहीं है, इसलिए मनुष्य को संसार के रहस्य को समझकर आत्मतत्त्व का विचार करना चाहिए. प्रवचन के बाद रुक्मणी और भगवान कृष्ण की भव्य झांकी निकाली गई. वहीं प्रवचन सुनने आए सभी भक्तों ने फूलों की होली भी खेली. कथा श्रवण हेतु प्रधान सतपाल, केके शर्मा, पन्कु पंडित, कमलेश, जीत और रमन शर्मा ने भाग लिया.