नई दिल्ली. मालदीव में राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने 15 दिन के लिए आपातकाल घोषित कर दिया है. इस ऐलान के बाद सुरक्षा बलों ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस अब्दुल सईद, जस्टिस अली हमीद, पूर्व राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम और न्यायिक प्रशासक हसन सईद को गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तार किए गए पूर्व राष्ट्रपति मौमून वर्तमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के सौतेले भाई हैं. कई दिनों से राष्ट्रपति के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद सोमवार शाम आपातकाल की घोषणा कर दी गई. मौमून की बेटी युम्ना मौमून ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व राष्ट्रपति को राजधानी माले स्थित उनके घर से ले जाया गया.
वहीं चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद और जस्टिस हमीद को भी मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद सुरक्षा बलों की ओर से यह बयान आया कि उनपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे. कोर्ट और राष्ट्रपति के बीच गतिरोध बढ़ गया था, जिसकी वजह से आपातकाल लगाया गया.
Maldives CJ informed me that the security forces have blockaded and locked the Supreme Court building from outside and hence the justices are without any food now.
— Husnu Al Suood (@hsuood) February 5, 2018
इस बीच मालदीव बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने ट्वीट कर जानकारी दी कि सुरक्षा बल सुप्रीम कोर्ट के गेट को तोड़कर अंदर घुस गए हैं. मुख्य न्यायाधीश ने बताया कि कोर्ट को सुरक्षा बलों ने घेर लिया है.
मालदीव यात्रा से बचें
भारत सरकार ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि फिलहाल मालदीव यात्रा से बचें. इसके अलावा भारतीय विदेश मंत्रालय ने मालदीव में भारतीय प्रवासियों को सतर्क रहने को कहा है. मंत्रालय ने कहा कि सावधानी बरतें और सार्वजनिक समारोह में जाने से बचें.