मंडी. पंडार-बंदली-तत्तापानी सड़क जो पर्यटन के लिहाज से बहुत महत्व रखती है. उसकी बदहाली को देखते हुये हिमाचल किसानसभा की क्षेत्रीय समिति ने आंदोलन करने का फैसला किया है. सुंदरनगर व करसोग विधानसभा को जोड़ने वाली इस सड़क की हालत बहुत खराब है.
25 किलोमीटर के सफर में 2 से ढ़ाई घंटे लग जाते हैं. 3 किलोमिटर को छोड़ कर कहीं से भी नहीं लगता है कि यह कोई सड़क है. ऐसा लगता है कि मानो यह सड़क नहीं कोई पथरीला रास्ता है.
गुरदास वर्मा ने बताया कि निहरी में हुये सभा की बैठक में क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर चर्चा व विचार विमर्श किया गया. उसके बाद आंदोलन की रणनीति बनायी गयी है. बैठक में पंडार से लेकर बंदल तक की बदहाली पर लोगों में जो गुस्सा है उसे देखते हुये आंदोलन की रणनीति तैयार की गयी है.
खस्ता हाल सड़क के कारण स्थानीय लोग तो परेशान हैं हीं इसके साथ ही वाहनों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. अब फैसला किया गया है कि यदि प्रशासन व लोक निर्माण विभाग इस सड़क की मरम्मत एक महीने के अंदर नहीं करता है तो किसान सभा किसी भी तरह का आंदोलन कर सकती है. जिसका जिम्मेदार केवल प्रशासन व लोक निर्माण विभाग ही होगा.
पेयजल की भी है समस्या
किसान सभा ने अपनी बैठक में सड़क के अलावा इलाके की छछोग से किंदर उठाउ पेयजल योजना के काम को लेकर चिंता जाहिर की गयी है. सचिव ने बताया कि इस योजना का काम पिछले एक साल से रूका हुआ है. उसे सुचारू रूप से चलाने के लिये भी किसान सभा दबाव बनायेगी और इस मुद्दे को भी अपने आंदोलन में शामिल करेगी. इस बैठक में जिला सचिव गुरदास वर्मा के अलावा प्रधान प्रकाश चंद, कांशी राम सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.