मंडी. कोटरूपी गांव में हिमाचल के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा भूस्खलन हुआ है. इतने भीषण भूस्खलन के पीछे क्या कारण रहे होंगे, इसकी जांच पड़ताल जियोलॉजी विभाग के विशेषज्ञों ने शुरू कर दी है.
सीएम वीरभद्र सिंह ने प्रभावित इलाके का दौरा करने के बाद भूस्खलन की जांच करने के लिए यहां जियोलॉजी के विशेषज्ञों की टीम भेजने की बात कही थी. जिसके बाद अब सेंट्रल जियोलॉजी और स्टेट जियोलॉजी की टीम ने यहां पहुंचकर पहाड़ी की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. बीते बुधवार को हिमाचल प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव तरूण श्रीधर भी कोटरोपी गांव पहुंचे. साथ ही यहां पर हुई त्रासदी का जायजा लिया. उन्होंने प्रशासन के साथ घटना स्थल पर जाकर चल रहे राहत कार्यों को भी जाना.
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मीडिया कर्मियों से बात करते हुए तरूण श्रीधर ने बताया कि राज्य सरकार कोटरूपी गांव के प्रभावितों को हर संभव सहायता देने का प्रयास कर रही है. यहां पर जो त्रासदी हुई है वह भयानक है. प्रभावितों को सरकार हर संभव मदद देने का प्रयास कर रही है.
उन्होंने कहा कि गांव में पहाड़ी क्यों दरकी इसके लिए जियोलॉजी विभाग की टीम यहां आ गई है. इस बारे में जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है कि पहाड़ी दरकने के पीछे क्या कारण रहा होगा. नेशनल हाईवे को बहाल करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. यहां पर पानी निकल रहा है जिस कारण राहत कार्यों में देरी हो रही है. आज मुख्य सचिव मंडी में आकर अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और हालातों का जायजा लेंगे.