शिमला: प्रदेश में ठंड बढ़ते ही जलाशयों में विभिन्न प्रजातियों के विदेशी परिंदों ने दस्तक देना शुरू कर दिया है. इस बार करीब एक माह देरी से मंडी ब्यास नदी सहित अन्य जलाशयों में भी कुछ विदेशी परिंदें पहुंचे है. जो जलाशयों में अठखेलियां करते हुए देखे जा सकते है. इस बार विदेशी पक्षियों ने हिमाचल प्रदेश की तरफ प्रस्थान एक माह बाद देरी से किया है.
इसका मुख्य कारण प्रदेश में बारिश व ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी न होना माना जा रहा है. वन विभाग ने विदेशी पक्षियों की सुरक्षा के लिए पैनी नजर रखी हुई है, जिसके लिए विभाग ने जलाशयों के लिए टीम गठित की है. मंडी डीएफओ वासू डोगर का कहना है कि मंडी जिला के जलाशयों में विदेशी परिंदों काफी देरी से पहुंचे है. अभी तक 20 से 25 विदेशी परिंदे मंडी ब्यास नदी में अठखेलियां करते हुए देखा जा सकते है. नई प्रजाति का कोई विदेशी परिंदा अभी तक नहीं पहुंचा है.
अभी नई प्रजाति के पक्षी नहीं पहुंचे
दो वर्ष पूर्व मंडी ब्यास नदी में इस समय तीन नए विदेशी पक्षियों ने दस्तक की दी थी. नए विदेशी पक्षियों में बार हैडेड गूज, ग्रेलैग और नॉर्थन लैपिंग शामिल थे, लेकिन इस बार अभी तक कोई नए विदेशी परिंदों ने दस्तक नहीं दी है.
आगामी दिनों में रूडी शेल्डक, साइबेरियन स्टोनचैट, कॉमन सैंडपाइपर, टफ्टेड डक, सिट्रीन वैगटेल, लिटिल कॉमोर्रेंट, ग्रेलाग गूज, व्हिस्कर्ड टर्न, ग्रेट कॉर्मोरंटए रेड-वॉटल्ड लैपविंग, कॉमन शेल्डक, वुड सैंडपाइपर, ओरिएंटल डार्टर सहित अन्य प्रजातियों के पक्षी मंडी जिला के जलाशयों में पहुंचने की उम्मीद है.