नई दिल्ली. रविवार को प्रधानमंत्री 36वीं बार मन की बात के ज़रिए लोगों से मुख़ातिब हुए. वहीं ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 3 साल पूरे होने पर उन्होंने देशवासियों का आभार जताया. उन्होंने कहा कि इन 3 सालों में उन्होंने अपने मन की नहीं बल्कि देशवासियों के मन की बात की.
उन्होंने कहा, ‘मुझे देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग पत्र और मेल लिखते हैं. ये बातें मुझे प्रेरणा देती हैं, बेहतर काम के लिए सुझाव देते हैं. तीन साल की यह यात्रा देशवासियों की अनुभूतियों की यात्रा है. तीन साल में ऐसी कई घटनाएं हुईं जो उनके मन को छू गईं. श्रीनगर के बिलाल डार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीनगर नगर निगम ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है. इससे पता चलता है कि स्वच्छता का एंबेसडर सिर्फ खिलाड़ी और अभिनेता ही नहीं हो सकते.
पीएम मोदी ने कहा कि अन्न बचाने के प्रयास में कई लोग पहले से लगे हैं. जब ऐसा मुझे मालूम हुआ तो मुझे बहुत सुकून मिला. मालूम हो कि पीएम ने एक बार मन की बात में जिक्र किया था कि किसी समाहरोह में जब लोग बहुत ज्यादा खाना निकाल लेते हैं और फिर वो बेकार हो जाता है. उन्होंने कहा था कि खाने की बर्बादी के बजाय उतना ही निकाले जितना ज़रूरत हो.
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने तय किया था कि इस साल गांधी जयंती से 15 दिन पहले से हम स्वच्छता ही सेवा आंदोलन चलाएंगे. लोग स्वच्छता को लेकर जागरुक हुए हैं. सार्वजनिक जगहों पर गंदगी करने से बचते हैं.