कांगड़ा (नूरपुर). बीते 14 नवम्बर को खेरियां पंचायत में 17 वर्षीय युवक की ट्रेक्टर दुर्घटना में हुई मौत को लेकर मंगलवार को मृतक के परिजन एसडीएम नूरपुर से मिले. इसके साथ ही दुर्घटना में हुई मौत की जांच को लेकर असंतोष जाहिर करते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा.
फोन आया कि आपका बेटा गंभीर रूप से घायल अवस्था में नूरपुर अस्पताल में भर्ती है
एसडीएम को सौंपे ज्ञापन के अनुसार परिजनों का कहना है कि चौदह नवम्बर को उनके १७ वर्षीय बेटे को ट्रेक्टर चालक मनोज कुमार जबरदस्ती अपने साथ ले गया था और उससे मजदूरी करवाई थी. पूरा दिन मजदूरी करवाने के बाद जब उनका लड़का घर वापस नहीं आया तो उन्होंने आठ बजे के करीब उसे फोन किया. परिजनों का कहना है कि फोन पर उनके बेटे ने कहा था कि मैं जल्द घर आ रहा हूँ, लेकिन तभी ट्रेक्टर चालक ने उसके हाथ से फोन छीन लिया और बोला कि मैं इसे सुबह भेजूंगा. इसके बाद देर रात उन्हें फोन आया कि आपका बेटा गंभीर रूप से घायल अवस्था में नूरपुर अस्पताल में भर्ती है.
सूचना मिलने पर वह अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां उन्हें बताया गया कि दस बजे के करीब ट्रेक्टर के नीचे आने से उनके बेटे की मौत हो गई है, और अब उसका शव अस्पताल में नहीं बल्कि शवगृह में है.
परिजनों का कहना है कि दस बजे के करीब हादसा होने के बाबजूद लगभग दो से ढाई बजे के करीब उनके बेटे को ट्रेक्टर के नीचे से निकाला गया. अगर समय रहते उसे निकाल कर अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उनके बेटे को बचाया जा सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे को मारा गया है.
इतने दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और आरोपी खुला घूम रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है. बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश सचिव लेखराज का कहना है कि पुलिस की इस मामले को लेकर की गई कार्रवाई बहुत ही निराशाजनक रही है. उन्होंने मांग की कि जहाँ आरोपी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए वहीं इस पीड़ित परिवार को भी सहायता प्रदान की जानी चाहिए.
एसडीएम नूरपुर आबिद हुसैन ने इस मामले पर आश्वासन देते हुए कहा कि वे इस सम्बन्ध में पुलिस को उचित जांच करने का आदेश देंगे और जो भी दोषी हैं उसपर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.