नई दिल्ली. लखनऊ मेट्रो का काम पूरा हो चुका है. जल्द ही यह अपनी सेवा देने लगेगा. वहींं, कानपुर में डीपो तैयार है. वाराणसी मेट्रो की रिपोर्ट को तैयार कर लिया गया है. हालांकि रिपोर्ट में संशोधन करना बाकी है. गुरूवार को मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के दौरान यह जानकारी दी. उन्होनें कहा कि लखनऊ के उत्तर-दक्षिण कोरिडॉर का काम पूरा हो चुका है. केवल एनओसी नहीं मिल पायी है. एनओसी मिलते ही मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा.
गौरतलब हो कि एक स्टेशन पर फायर विभाग का क्लियरेंस नहीं मिल पाया है. इस वजह से संरक्षा आयुक्त परियोजना को हरी झंडी नहीं दिखा पा रहे हैं.
मुलाकात के बाद उन्होनें अपनी उम्र का हवाला देते हुए मुख्यमंंत्री को जिम्मेदारी से मुक्त करने की बात कही. जिसे योगी आदित्यनाथ ने स्वीकार नहीं किया. वे 85 सााल के हैं. देश में मेट्रो रेल के विकास में अहम योगदान के लिए उन्हे मेट्रो मैन कहा जाता है. वे लखनऊ के साथ-साथ कानपुर मेट्रो के लिए सलाहकार की भूमिका निभा रहे हैं.
चेन्नई लौटने के बाद डीएमआरसी कार्यालय के कांफ्रेस रूम में उन्होनें कहा कि मुख्यमंंत्री ने उनके इस आग्रह को स्वीकार नहीं किया. साथ ही, उन्हे गोरखपुर, आगरा और मेरठ मेट्रो का काम भी देखने को बोला गया है. उन्होनें कहा कि शहरों को बचाने के लिए मेट्रो का बनना जरूरी है. उन्होनें कहा कि देश में हर साल 200 किमी मेट्रो लाइन का विकास किया जाना चाहिए. जबकि अभी यह सिर्फ 22 किमी प्रति वर्ष है. वहीं, चीन हर साल 300 किमी नये मेट्रो लाइन बनाता है.
गोरखपुर, आगरा और मेरठ में भी मेट्रो रेल बनना है. जिसके लिए सर्वे का काम चल रहा है.