शिमला. देशभर में रह रहे हिमाचल के लोगों के लिए बहुत बड़ी खबर है. अब अपनी जन्मभूमि हिमाचल प्रदेश से बाहर रह रहे प्रवासी परिवार के बच्चों का राज्य का 85 फीसदी मेडिकल शिक्षा कोटे के तहत दाखिला होगा.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली प्रवास के दौरान हिमाचल सदन नई दिल्ली में अखिल भारतीय प्रवासी हिमाचली संयुक्त मोर्चा के चेयरमैन राजेश ठाकुर के नेतृत्व में मिले मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा की गई मांग को लागू करने का आदेश जारी किया है.
बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई में 85 फीसदी कोटा
मोर्चा के चेयरमैन राजेश ठाकुर ने बताया कि उनके द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्रवासी हिमाचलियों की समस्याओं को लेकर नई दिल्ली स्थित हिमाचल सदन में मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में हिमाचली प्रवासियों के बच्चों के लिए राज्य में मेडिकल शिक्षा में दाखिले के लिए 85 फीसदी कोटे को बहाल करने की मांग उठाई गई.
राजेश ठाकुर ने बताया कि इस चिरलंबित मांग को लेकर दिए गए ज्ञापन पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने तुरंत संज्ञान लेते हुए इसे लागू करने के आदेश दे दिए गए.
आदेश जारी करने के लिए मोर्चा ने मुख्यमंत्री सुक्खू का हिमाचलवासियों की ओर से धन्यवाद किया
आदेश जारी करने के लिए मोर्चा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू का देश भर में रह रहे है लाखों हिमाचलवासियों की ओर से धन्यवाद किया है. अखिल भारतीय प्रवासी हिमाचली संयुक्त मोर्चा चेयरमैन राजेश ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में यह कोटा पहले लागू था, मगर भाजपा सरकार ने 2017 में सत्ता में आते ही इस कोटे को बंद कर दिया था.
इसके बाद रोजगार और अन्य कारोबार के लिए प्रदेश के बाहर रोजी रोटी कमाने गए हिमाचली परिवारों के बच्चों के लिए अपनी ही जन्मभूमि में मेडिकल शिक्षा में दाखिला लेना एक बड़ी समस्या बन गया था. इस समस्या को लेकर अखिल भारतीय प्रवासी हिमाचली संयुक्त मोर्चा ने इस मांग को उठाया. उन्होंने बताया कि पिछले लगभग दो साल से लड़ी जा रही इस लड़ाई को लेकर वह अब कामयाब हुए हैं और प्रवासी हिमाचलियों के बच्चों के इस हक को हासिल करने में सफल हुए हैं.