शिमला. हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने केन्द्र सरकार से हिमाचल प्रदेश जैसे पर्वतीय राज्य को कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत रूसा, सर्वशिक्षा अभियान तथा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अर्न्तगत उदार निधि आबंटन का आग्रह किया है.
नई दिल्ली में केन्द्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड की 65वीं बैठक में भारद्वाज ने केन्द्र से रूसा के अर्न्तगत उन कॉलेजों को धनराशि जारी करने का आग्रह किया. जिन्हें बिना बजट में प्रावधान किये पिछली सरकार ने राज्य में खोला था. उन्होंने कहा कि राज्य में अनेक कठिन एवं दूरवर्ती क्षेत्र हैं, जहां शिक्षण संस्थानों की आवश्यकता है और अन्तिम छोर तक शिक्षण सुविधाओं का विस्तार करने के उद्देश्य से महाविद्यालयों के प्रबन्धन के लिए धनराशि की आवश्यकता है.
शिक्षा मंत्री ने केन्द्रीय मंत्री को विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और आश्वासन दिया कि वर्तमान सरकार राज्य में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बोर्ड को आश्वस्त किया कि प्राथमिक तथा उच्च शिक्षा क्षेत्रों में गुणात्मक सुधार लाने के लिए उनकी सरकार प्रभावी कदम उठाएगी, जिसमें कॉलेजों के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप/टैबलेट तथा एक जीबी मासिक इन्टरनेट डाटा प्रदान करना, सरकारी शिक्षण संस्थानों में वाई-फाई की सुविधा, विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड योजना का कार्यन्वयन करना, सभी प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण एवं कम्पयुट्रीकरण करना, अटल स्कूल वर्दी योजना के अर्न्तगत विद्यार्थियों को जूते तथा स्कूल बैग प्रदान करना शामिल है.
उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे और राज्य में संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी.