नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर होने आयोजित परेड में शुक्रवार को पहली बार भारतीय खेती-किसानी का भी जलवा देखने को मिला.भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की तरफ से इस बार ” मिश्रित खेती-आय दोगुनी ” थीम पर झांकी निकाली गई. गणतंत्र दिवस के 69 वर्ष के इतिहास में ऐसा पहली बार है किसानों की आय कैसे दोगुनी हो इसको दिखाने का प्रयास किया गया.
इस बार के गणतंत्र दिवस में विभिन्न राज्यों, केन्द्रशासित प्रदेशों और विभिन्न मंत्रालयों की तरफ से कुल 23 झांकियों का प्रदर्शन किया गया. जिसमें यह झांकी भी शामिल की गई. केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि मंत्रालय की तरफ से विभिन्न योजनाओं को चला रही है. किसान विकास की मुख्य धारा का हिस्सा बनें, इसके लिए एक साथ कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। ऐसे में झांकी के माध्यम से सरकार ने इसे दिखाने की कोशिश की है.
हर साल 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के मौके पर नई दिल्ली के राजपथ पर विभिन्न राज्यों को अपनी कला, संस्कृति और विकास को झांकी के माध्यम से दिखाने का मौका मिलता है। लेकिन, झांकी में शामिल होने के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से बनाई गई झांकी चयन की विशेषज्ञ समिति के सामने तमाम राज्यों को अपने राज्य की झांकी का प्रजेंटेशन देना होता है। ऐसे में इस बार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की तरफ से झांकी की तैयार किया गया.