हमीरपुर. शहर में किसी भी आपदा से बचाव के लिए हमीरपुर में मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें पांच प्रमुख केन्द्रों बस अड्डा, डीसी कार्यालय, गांधीचौक, बाल स्कूल, भोटा चौक में मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन कर राहत और बचाव कार्यों को अमली जामा पहनाया गया.
इस तरह हुई मॉक ड्रिल
हमीरपुर में आज सुबह नौ बजे अफरा तफरी मच गई जब लोगों को पता चला कि भूंकप आया है। भूंकप का केन्द्र हिमाचल का सुन्दरनगर बताया गया और आठ रियेक्टर की तीव्रता होने पर तुरंत प्रशासन ने भी बचाव कार्य शुरू कर दिया। देखते ही हमीरपुर शहर में हूटरों और गाडियों से बचाव दल रवाना हुए. हमीरपुर में तीस लोगों को सुरक्षित बचाया गया जबकि पांच लोग बुरी तरह से घायल होने से बच नहीं सके.
इस दौरान पुलिस, होमगार्ड, नेहरू युवा केन्द्र के स्वयं सेवक के अलावा जिला प्रशासन के सभी विभागों के कर्मचारी भी मौके पर मौजूद रहे. इसी दौरान बाल स्कूल परिसर में रिलीफ कैंप भी लगाया गया, जहां पर सभी चीजों की मानरीटिंग करने के अलावा घायल का तुरंत उपचार किया गया.
रेस्यकू टीम के सदस्यों ने बताया कि मेगा मॉक ड्रिल में अच्छी तरह से काम हुआ है और बचाव दल ने बढ़िया तरीके से लोगों को बचाया है. उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल में रेस्कयू बैन होनी चाहिए थी क्योंकि ट्रक में मौके पर पहुंचने के लिए देरी की संभावना होती है.
वहीं जिला उपायुक्त राकेश प्रजापति ने बताया कि मेगा मॉक ड्रिल में सभी विभागों ने बढिया काम किया है और शहर के पांच जगहों पर आपदा से बचाव के लिए स्थान चिहिन्त किए गए थे जिसके लिए काम किया गया है.