नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को तीन देशों फिलिस्तीन, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान दौरे के लिए रवाना हो रहे हैं. जहां उनका ध्यान इन देशों के साथ आपसी सहयोग को बढ़ाने पर होगा. इसके साथ ही पीएम की यात्रा के दौरान भारत और खाड़ी देशों के बीच व्यापार, निवेश, सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, और ऊर्जा समेत कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों पर जोर दिया जाएगा. मोदी की यह यात्रा 9 फरवरी से शुरू होकर 12 फरवरी तक चलेगी.
प्रधानमंत्री 10 फरवरी को फिलिस्तीन के रामल्लाह जाएंगे, यहां पर वह फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ एक बैठक भी करेंगे. उसके बाद पीएम दिवंगत यासर अराफात संग्रहालय भी जाएंगे और वहां पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. माना जा रहा है रामल्लाह के यात्रा के दौरान भारत और फिलस्तीन के बीच कई समझौतों पर मुहर लग सकती है. बता दें कि किसी भारतीय पीएम की यह पहली रामल्लाह यात्रा होगी.
फिलस्तीन के बाद 11 फरवरी को मोदी संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करेंगे. मोदी की यह दूसरी यूएई यात्रा होगी. यहां मोदी छठे वर्ल्ड गवर्नमेंट शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. यह कार्यक्रम दुबई में आयोजित होगा. यहां एक हिंदू मंदिर की आधारशिला रखेंगे.
यूएई के बाद पीएम 12 फरवरी को ओमान पहुंचेंगे, जहां वह यहां के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद मोदी शिव मंदिर जायेंगे. प्रधानमंत्री वहां के दो उप प्रधानमंत्रियों के साथ मुलाकात करेंगे. भारत और ओमान के बीच काफी करीबी सामरिक संबंध है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच अभ्यास भी हुए हैं. ओमान हमारे जहाजों को सुविधाएं प्रदान करता है, साथ ही हमारे हवाई जहाजों को रिफ्यूलिंग की सुविधा भी प्रदान करता है.