दून(सोलन). सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के नेशनल वेंडर डिवेल्पमेंट प्रोग्राम के तहत बुधवार को बद्दी में राष्ट्रीय स्तर की दो दिवसीय औद्योगिक प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ. उद्योगों के इस महाकुंभ का शुभारंभ लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता द्वारा किया गया.
मध्य प्रदेश से विशेष तौर पर बद्दी की राष्ट्रीय प्रदर्शनी में शिरकत करने पहुंचे लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने नेशनल वेंडर डिवेल्पमेंट प्रोग्राम को सराहनीय कदम बताया. उन्होंने कहा कि इससे छोटे-बड़े उद्योगों में आपसी तालमेल के साथ उद्योगों में नवीन बदलावों व विस्तार के विकल्पों पर आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे.
कुल निवेश 9038 करोड़ रुपये
एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार के प्रांतीय निदेशक सी.वी सर्राफ ने अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल में 42822 सुक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग हैं. लेकिन सरकार की उद्योग आधार योजना से अब तक केवल 3875 जूड़े हैं. उन्होंने उद्यमियों को सरकारी योजनाओं के लाभ प्राप्त करने के लिए उद्योग आधार योजना से जूड़ने की बात कही. निदेशक सीवी सराफ ने जानकारी दी कि हिमाचल में एमएसएमई सेक्टर के उद्योगों का कुल निवेश 9038 करोड़ रुपये है. जिनके माध्यम से 2.61 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है.
इनकी रही उपस्थति
इस अवसर पर हरियाणा सरकार के वित्तीय सलाहकार भारत भुषण, एलयूबी प्रदेशाध्यक्ष विक्रम बिंदल, महामंत्री राजीव कंसल, बीबीएनआईए अध्यक्ष शैलेश अग्रवाल, मुकेश जैन, दवा निर्माता संघ के कार्यकारी अध्यक्ष डा. राजेश गुप्ता, एमएसएमई निदेशक सी.वी सर्राफ, सहायक निदेशक वजीर सिंह, संयुक्त निदेशक उद्योग रमेश चंद वर्मा, डॉ. प्रताप सिंह विशेष रूप से उपस्थित हुए.