मंडी. नेशनल हाईवे 21 पर शनिवार रात हुए भीषण हादसे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय लोग और एनडीआरएफ की टीमें राहतकार्य में जुटी हुई हैं। अब तक मलबे से 6 शव प्राप्त होने की आधिकारिक सूचना मंडी प्रशासन द्वारा जारी कर दी गयी है जबकि 50-60 से ऊपर जो लोग मलबे में दब कर लापता हैं, उनके बचने की संभावनाएं अब बहुत कम रह गयी हैं। इस बीच हिमाचल सरकार ने हेल्पलाईन नंबर जारी कर दिये हैं, जिससे इस रूट पर फंसे लोगों के रिश्तेदार एवं मित्र अपने संबंधियों के बारे में ताजा अपडेट प्राप्त कर सकें।
मालूम हो कि पिछले 1 महीने से राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के चलते राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। रोज़ाना हिमाचल कांग्रेस एवं भाजपा के कार्यकर्ता और अधिकारी छोटे-छोटे मुद्दों पर राजनीतिक बयानबाजी कर माहौल गर्माने का प्रयास करते रहते हैं। कल रात हुए इस भीषण हादसे के बाद सूबे में राजनीतिक बयानबाजी और चुनावी माहौल का बुखार अब ट्विटर पर चढ़ चुका है.
हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का 1 घंटे पहले ट्वीट आ गया कि वह घटनास्थल पर पहुंचने के लिये निकल चुके हैं और बहुत जल्द वहां पहुंचने वाले हैं. ADGP और NDRF की टीमें वहां पहले ही भेज दी गयी हैं, प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है.
@PMOIndiaसे मोदी जी ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिवारजनों से हिम्मत बनाये रखने के लिये कहा है. इसी एकाउंट से NDRFQ की टीमें राहत कार्य के लिये भेज दी गयी हैं, यह भी सूचना दी गयी है.
@OfficeOfRG से राहुल गांधी की तरफ से इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए स्थानीय कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हादसे पर मौजूद लोगों की हर संभव मदद करने के लिये निर्देश दिये हैं.
इस मामले में दिलचस्प ये हैं कि अब तक हिमाचल प्रदेश के भाजपा और कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर पेज पर इस हादसे से संबंधित सूबे के किसी नेता का बयान जारी नहीं हुआ है, हालांकि उनके पेज दूसरी राजनीतिक खबरों के लिये लगातार अपडेट किये जा रहे हैं. ट्विटर पर #Mandi ट्रेंड कर रहा है.
जाहिर है इस हादसे के बाद सूबे में सियासी हालात नाजुक होने वाले हैं, कांग्रेस और भाजपा दोनों ही इस मुद्दे को अपने-अपने प्रचार अभियान के लिये इस्तेमाल करना शुरू कर चुके हैं.