नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू के कई बड़े नेता मौजूद थे.
बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये विपक्षी दलों को एकजुट करने को लेकर एक ऐतिहासिक बैठक थी. इसमें विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाने को लेकर सहमति बनी है. सभी मिलजुल कर लोकसभा चुनाव से पहले समान विचारधारा वाली पार्टियों को एकसाथ लाएंगे.
गठबंधन को एकजुट करने का प्रयास: नीतीश
मुलाकात के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार ने कहा कि अभी बात हो गई है. हमने काफी देर चर्चा की है. अधिक से अधिक पार्टियों को पूरे देश में एकजुट करने का प्रयास करना है. हम आगे एक साथ काम करेंगे, इस पर अंतिम तौर पर बात हो गई है. जितने लोग हमारे साथ सहमत होंगे, हम उनके साथ भी बात करेंगे. साथ में बैठने तो दीजिए, हम लोगों को.
फरवरी में, नीतीश कुमार ने इस बात पर जोर दिया था कि यदि कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल 2024 का लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ते हैं, तो भाजपा 100 सीट से कम सीट पर सिमट जाएगी.
विपक्ष का नजरिया विकसित करेंगे: राहुल
वहीं राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष को एक करने में एक बेहद ऐतिहासिक कदम लिया गया है, यह एक प्रक्रिया है. विपक्ष का देश के लिए जो विजन है, हम उसे विकसित करेंगे. जितनी भी विपक्षी पार्टी हमारे साथ चलेंगी, हम उन्हें साथ लेकर चलेंगे और लोकतंत्र और देश पर जो आक्रमण हो रहा है हम उसके खिलाफ एक साथ खड़े होंगे और लड़ेंगे.
मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की बैठक में राहुल गांधी के अलावा, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, मुकुल वासनिक और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी मौजूद थे.
एकजुटता दिखाकर लड़ना है: खड़गे
इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी पार्टियों को एकजुट करना और एक होकर आगे जो चुनाव आएंगे, उस चुनाव में एकजुटता दिखाकर लड़ना, यह हमारा निर्णय हुआ है. हम सब उसी रास्ते पर काम करेंगे. तेजस्वी जी, नीतीश जी, सभी हमारे नेतागण जो यहां बैठे हैं. हम सब उसी लाइन पर काम करेंगे.