हमीरपुर(भोटा). विद्युत बोर्ड में बिजली मीटरों का भारी टोटा पड़ गया है. लोग अपने नए घरों में चाहकर भी बिजली मीटर नहीं लगवा पा रहे हैं. नए बिजली मीटर लगाने की दर्जनों फाइलें पेंडिंग में पड़ी हुई हैं.
कई लोगों ने अपने नए मकान बना रखे हैं. बिजली मीटर न लगने के कारण ये लोग पुराने मकान में ही रहने को मजबूर हैं. पिछले छह महीने से बोर्ड के कई सेक्शन में एक भी बिजली मीटर नहीं पहुंच सका है. इस कारण लोगों की दिक्कतें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं.
हमीरपुर जिला के भोटा के तहत पड़ने वाले बिजली सेक्शन मैड़ में लोगों ने करीब छह माह पहले ही नए बिजली मीटर लगाने के लिए आवेदन कर रखा है. लेकिन आज तक इन लोगों के घरों में बिजली के नए मीटर नहीं लगाए गए हैं. रुपये खर्च करने के बावजूद लोग मीटर की सुविधा से वंचित हैं.
इसके चलते लोगों ने बोर्ड की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाना शुरू कर दिया है. कई लोग नए घरों में शिफ्ट हो गए हैं. लेकिन बिजली न होने के कारण ये लोग अंधेरे में ही रातें काटने को मजबूर हैं। नए बिजली कनेक्शन न मिलने के कारण इनकी मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं.
विभाग भी अंजान
वहीं बोर्ड भी अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रहा है कि कब तक नए मीटर उपलब्ध होंगे. भोटा विद्युत डिवीजन के तहत पड़ने वाले करीब छह विद्युत सेक्शन में करीब 68 नए मीटर लगाने की फाइलें पेंडिंग पड़ी हैं. बोर्ड के आग्रह पर कहीं से मीटर मंगवाए गए थे. जिनमे महज दस ही मीटर इस डिवीजन को मिल पाए हैं. दस बिजली मीटरों की सौगात महज ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई है.
अब स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिख रही है. रोजाना लोग नए बिजली मीटर लगाने संबंधी औपचारिकताएं पूरी कर फाइल बोर्ड के पास जमा करवा रहे हैं. निर्धारित मापदंड पूरे करने के उपरांत भी मीटर लगाने संबंधित प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है. बिजली मीटरों की कमी के कारण जहां लोग परेशान हैं, वहीं बिजली बोर्ड को भी दिक्कतें पेश आ रही हैं. लोग रोजाना बोर्ड से मीटर लगाने का आग्रह कर रहे हैं.
भोटा विद्युत डिवीजन के तहत मैड़, भोटा, शुक्कर, खड्ड, लदरौर व खरवाड़ सेक्शन पड़ते हैं. सभी में नए बिजली मीटर उपलब्ध नहीं हैं. ग्राम पंचायत प्रधान उखली सुशील कुमार ने बताया कि कई लोगों के नए बिजली मीटर नहीं लग पाए हैं. बोर्ड मीटर न होने का हवाला दे रहा है.
वहीं हमीरपुर बिजली विभाग के एक्सीईन एस शर्मा का कहना है कि विभाग ने नए मीटर मंगवाए है. लेकिन अभी तक डिमांड नहीं आने के चलते समस्या बन रही है. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में बिजली के मीटर आने की उम्मीद है, जिससे ग्रामीणों की समस्या का निदान हो सकेगा.