नई दिल्ली. 9 नवंबर को होने वाले गुजरात चुनाव दिलचस्प होते जा रहे हैं. इस बार का विधानसभा चुनाव गुजरात के रंगबिरंगे अंदाज को दर्शाता दिख रहा है. बड़े-बड़े नेता सिर्फ आरोपों-प्रत्यारोपों या भाषणों से ही नहीं, गुजरात की संस्कृति और महौल में खुद को ढाल कर जनता को लुभाने में लग गये हैं.
नये अंदाज में विधानसभा चुनाव
इसी में गुजरात विधानसभा के पहले फेज के नामांकन के आखिर दिन प्रत्याशी अपने अलग-अलग अंदाज में दिखे. हर कोई जनता के सामने अपनी अलग छवि दिखाने के लिये प्रत्याशी कोई जीप से तो घोड़े पर रानी लक्ष्मीबाई की पोशाक में तो कोई साइकिल से पहुंचा. इतना ही नहीं कुछ उम्मीदवारों ने नामांकन राशि सिक्कों की ढेर में ले गये.
नामांकन के रानी लक्ष्मीबाई गेटअप
लिंबायत से भाजपा उम्मीदवार संगीता पाटिल मंगलवार को रानी लक्ष्मीबाई के गेटअप में घोड़े पर बैठकर नामांकन भरने पहुंचीं. उनका ये अंदाज काफी चर्चाओं में आया, लेकिन इसके साथ ही आचार संहिता के उल्लंघन की बात भी होने लगी. बाद में कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि चुनावों में जानवरों का उपयोग होता है. इसलिए आचार संहिता के उल्लघंन का मामला नहीं बनता है.
साइकिल पर पहुंचे भाजपा विधायक
इनके बाद नाम आता है हर्ष सांघवी जो भाजपा के मौजूदा विधायक भी हैं. हर्ष ने अपने नामांकन के लिए भी एक नायाब तरीका चुना, इस दौरान वह फूलों से सजी किसी गाड़ी पर हाथ हिलाते और लोगों का अभिवादन करते नहीं दिखाई दिए, बल्कि साइकिल पर जाते दिखाई दिए. उनके कई समर्थक भी इस दौरान उनके साथ साइकिल पर ही दिखाई दिए. उनके लिए और दूसरों के लिए भी चुनाव का यह रंग काफी बढ़िया रहा.
सिक्कों के ढेर के साथ नामांकन
दूसरी तरफ जलालपोर से बसपा के प्रत्याशी गुणवंत सिंह राठौड़ 5 हजार रुपए के सिक्के लेकर नामांकन करने पहुंचे. इसका वजन 14 किलो से भी ज्यादा था. निर्वाचन अधिकारी को इसे गिनने के लिए 7 कर्मचारियों को लगाना पड़ा, और गिनने के लिये 20 मिनट भी लग गये. राठौड़ का कहना था कि यह सिक्के नोटबंदी के विरोध में है.
इसी में सूरत के कामरेज में शिवसेना प्रत्याशी नरेंद्र सिरोठिया 10 हजार रुपए के सिक्के के साथ नामांकन करने पहुंचे थे. उन्होंने भी नोटबंदी के विरोध में ऐसा किया है.