जयपुर: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के नामांकन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. सोमवार छह नवंबर को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था. इसके बाद मंगलवार सात नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच की गई.
प्रदेश में 2,605 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे. इनमें से 240 प्रत्याशियों के नामांकन खारिज हो गए हैं यानी वह चुनाव मैदान से बाहर हो गए हैं.
सबसे ज्यादा नामांकन पत्र जयपुर शहर के आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र से खारिज हुए हैं. यहां 31 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, लेकिन अब 22 रह गए हैं. वहीं, प्रदेश के दो सौ विधानसभा क्षेत्र में से 77 ऐसे हैं, जहां एक भी प्रत्याशी का नामांकन पत्र खारिज नहीं हुआ. नामांकन पत्र खारिज होने वालों में कोई बड़ा नाम अभी तक सामने नहीं आया है.
अब नाम वापसी पर नजर
नामांकन पत्रों की जांच के बाद अब आज से नाम वापसी का सिलसिला शुरू होगा. नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशी अगर चुनाव नहीं लड़ना चाहते तो नौ नवंबर तक अपने नाम वापस ले सकेंगे. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही मुख्य तौर पर मुकाबला दिख रहा है. ऐसे में दोनों दल अलग-अलग सीटों पर बागियों को मनाने में जुटे हुए हैं.
दोनों दल 50 से ज्यादा सीटों पर बगावत झेल रहे हैं. इन्हें मनाने के लिए दोनों ही दलों के बड़े नेता जी जान से जुटे हुए हैं. कांग्रेस में खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केंद्रीय नेता मुकुल वासनिक और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा यह काम देख रहे हैं. वहीं, भाजपा में मुख्य तौर पर केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी और चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नारायण पंचारिया इस काम में जुटे हुए हैं.