शिमला. हिमाचल प्रदेश सरकार ने लोहड़ी के पर्व पर प्रदेश के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना की सौगात दी है. CM सुक्खू की अध्यक्षता में शुक्रवार को लोहड़ी पर हुई कैबिनेट मीटिंग में OPS बहाली को मंजूरी दी गई. इससे राज्य के 1.36 लाख कर्मचारी लाभान्वित होंगे. अब हिमाचल OPS बहाल करने वाला चौथा राज्य बन गया है.
कैबिनेट खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री ने सचिवालय के बाहर NPS कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि OPS कर्मचारियों का हक था. कांग्रेस ने अपने वादे के मुताबिक OPS बहाल कर दी है. उन्होंने कहा कि आज ही OPS बहाली की अधिसूचना भी जारी कर दी जाएगी.
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OPS लागू करने वाला चौथा राज्य बना हिमाचल
हिमाचल से पहले राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब भी OPS को बहाल कर चुका है. हालांकि इन राज्यों को केंद्र सरकार 2002 से जमा पेंशन फंड की राशि वापस लौटाने से इन्कार कर चुकी है.
प्रियंका गांधी ने किया था वादा
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सोलन के ठोडो ग्राउंड से पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए कहा था कि कांग्रेस 5 सालों में 5 लाख और पहली ही कैबिनेट में एक लाख नौकरी देगी.
प्रतिज्ञा पत्र को नीतिगत दस्तावेज बनाया
सुक्खू सरकार की पहली कैबिनेट में कांग्रेस के प्रतिज्ञा पत्र को नीतिगत दस्तावेज बनाया और इसमें किए गए वादे अगले 5 साल में पूरा करने के प्रयास होंगे.
CM सुक्खू समेत 6 नेताओं की पहली कैबिनेट मीटिंग
कैबिनेट में 6 नेता पहली बार कैबिनेट बैठक में शामिल हुए. मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की भी यह पहली कैबिनेट मीटिंग है, जिसकी आज वह अध्यक्षता कर रहे हैं. इनके अलावा जगत सिंह नेगी, हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह की भी यह पहली कैबिनेट हैं. हालांकि विक्रमादित्य सिंह जयपुर टूअर पर जाने की वजह से पहली कैबिनेट में शामिल नहीं हुए.
मंडी में एक लाख कर्मचारी करेंगे CM का स्वागत
OPS बहाली के बाद कर्मचारी अब मंडी में स्वागत समारोह करेंगे. NPS संघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि एक लाख कर्मचारी मुख्यमंत्री का स्वागत करेंगे.