कांगड़ा (बैजनाथ). भादों महीने के अंतिम शनिवार को एक लाख श्रद्धालुओं ने महाकाल मंदिर में अपना शीश नवाया. अंतिम शनिवार को श्रद्धालुओं का जन सैलाब महाकाल मंदिर में उमड़ा. इसके लिए श्रद्धालुओं को लम्बी लाईनों में भी लगना पड़ा. यह लाईने मंदिर परिसर के बाहर तक लगी हुई थी.
वहीं, पुजारी राम कुमार मिश्रा ने बताया कि मंदिर के कपाट सुबह करीब 3:30 बजे ही खोल दिये थे. उसी समय लोगों ने दर्शन के लिये लाईनों में लगना शुरू हो गये थे. उन्होंने बताया कि मंदिर में बने सरोवर पर स्नान करना पवित्र माना जाता है. लोगों ने सरोवर में स्नान करने के बाद शनि शिला पर मांह की दाल,तिल,काला कपड़ा तथा सरसों का तेल चढाया. मंदिर कमेटी द्वारा लगाये गए भण्डारे का प्रसाद श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया.
प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए पुलिस का पुख्ता प्रबन्ध किया हुआ था. ताकि यातायात व्यवस्था सही रहे और श्रद्धालुओं को मंदिर आने-जाने में कोई असुविधा न हो. दिल्ली के एक व्यवसायी बलराज शर्मा ने मंदिर की सजावट ताजा फूलों से करवाई.