कुल्लू. हिमाचल के कुल्लू और मनाली के 1700 होटलों की जांच को लेकर एनजीटी ने बड़ा फैसला लिया है. राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने कुल्लू एवं मनाली में 1700 से अधिक होटलों, लॉज और ठहरने के स्थानों की शुक्रवार को जांच की गई.
मालिकों की हालत खराब
कुल्लू के विभिन्न क्षेत्रों के इन होटलों के मालिकों की हालत खराब हो गयी. इन होटलों में अब जांच के लिए गठित टीमें होटल दस्तावेज जांच रही है. यह होटल वन भूमि पर तो नहीं हैं, इसकी भी जांच की जा रही है. शुक्रवार को कुल्लू से बजौरा तक के 18 होटलों की जांच की गई. आज हुई जांच में कई होटलों, लॉज आदि में कमियां पाई गई है. लेकिन अब तक सभी विभागों की ओर से रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है. इसमें कई होटल अवैध है जिनके पास न तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और कई होटलों के पास पर्यटन विभाग के सभी दस्तावेज नहीं पाए गए हैं.
मनाली में 72 और कसोल में 42 होटलों के बिजली व पानी के कनेक्शन काटे गये
ऐसे होटलों के खिलाफ पहले कार्रवाई करेंगे जिनके पास किसी भी श्रेणी में 25 से अधिक कमरे मौजूद हैं. हरित अधिकरण ने पैनल को संयुक्त जांच शुरू करने का निर्देश देते हुए जल स्रोत, ठोस अपशिष्ट पदार्थ के प्रबंधन, मल-जल शोधन संयंत्र, बिजली के स्रोत आदि के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए कहा है. मनाली में 72 और कसोल में 42 होटलों के बिजली व पानी के कनेक्शन काटे जा चुके हैं. वीरवार को कुल्लू के दो नामी होटलों के बिजली के कनेक्शन भी काट दिए गए हैं अभी कार्रवाई जारी है.