नई दिल्ली. तीन हफ्तों तक चले प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान सरकार ने प्रदर्शनकारियों की बात मान ली है. पाकिस्तान के कानून मंत्री जाहिद हामिद ने इस्तीफा दे दिया है.
शनिवार को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए जब सुरक्षाबलों ने बल का इस्तेमाल किया तो शांतिपूर्ण चल रहा प्रदर्शन हिंसा में बदल गया. जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. इस हिंसा में एक पुलिस वाले के मरने की खबर भी आई थी.
विरोध हुआ बंद
इस हिंसा के बढ़ने के बाद पाकिस्तान सरकार ने प्रदर्शनकारियों की बात मान ली है. बढ़ते दबाव के बाद रविवार देर रात पाकिस्तान के कानून मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. खबरों के मुताबिक कानून मंत्री के इस्तीफा देने के बाद विरोध को बंद कर दिया गया है. तहरीक-ए-लब्बैक के प्रवक्ता एजाज अशर्फी ने जानकारी देते हुए कहा कि हमारी मांग को स्वीकार कर लिया गया है, इसलिए वे पीछे हट रहे हैं.
क्या था मामला
तहरीक-ए-लब्बैक या रसूल अल्लाह पार्टी के एक संगठन ने कानून मंत्री जाहिद हामिद के इस्तीफे की मांग के साथ ये धरना शुरू किया था. ये संगठन कानून मंत्री को चुनाव संबंधी एक हलफनामे से पैगंबर मोहम्मद सल्लललाहो अलैहे वसल्लम से जुड़ा संदर्भ हटाने के लिए जिम्मेदार मानता है. अब हलफनामे को उसके मूल स्वरूप में बहाल कर दिया गया है और जाहिद ने माफी भी मांग ली है.