भारत और अमेरिका की जुगलबंदी देखकर पाकिस्तान बौखला उठा है. जिस तरह से भारत के प्रधानमंत्री और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक मंच पर आकर को पाकिस्तान को चेतावनी दी है उससे पाकिस्तान काफी चिंतित है. इसी को लेकर पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री चौधरी निसार का कहना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ‘भारत की भाषा’ बोल रहे हैं.
यह प्रतिक्रिया वाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रम्प के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात के बाद आई है. ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली मुलाकात थी. इससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने अपना कर्यभाल सँभालते समय ही यह सन्देश दिया था कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को की रही मदद पर अमेरिका सख्त कदम उठा सकता है.
पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल कर आतंकवादी संगठन हमेशा से भारत और अफ़ग़ानिस्तान में आतंकी हमलों को अंजाम देते रहे हैं. इसका विरोध भी भारत और अमेरिका कई बार दर्ज करा चुके हैं. दोनों देशों के नेताओं ने जिस तरह से साझा बयान जारी किया है उस हिसाब से पाकिस्तान के लिए यह खतरे की घंटी मानी जा रही है. वहीं प्रधानमंत्री के दौरे से पहले अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने हिजबुल मुजाहिदीन के आंतकी सरगना सैयद सलाउद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर उसपर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. यह भारत के लिए बहुत बड़ी कामयाबी है. वहीं पाकिस्तान के 26/11 और पठानकोट हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाकर उन्हें जल्द से जल्द सजा देने को भी कहा गया.