प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आरोप लगाया कि गुजरात विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान हस्तक्षेप कर रहा है. जिसके बाद कांग्रेस और बीजेपी की ओर से बयानबाजी शुरू हो गई. यहां तक पाकिस्तान की ओर से भी यह बयान आया कि अपने चुनावी बयानों में पाक को न घसीटें.
लेकिन प्रधानमंत्री ने जो सवाल उठाया है, इसे महज चुनावी जुमला मानकर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. अगर वाकई गुजरात चुनाव में पाकिस्तान दखल अंदाजी कर रहा है तो यह भारत की सुरक्षा के लिहाज से बहुत ही गंभीर विषय है.
प्रधानमंत्री के सिर्फ कह भर देने से बात नहीं बनेगी, बल्कि इस गंभीर मसले पर उन्हें जल्द ही इस मुद्दे पर पूरी तरह से खुलासा करना चाहिए और केंद्र सरकार को जांच करवाना चाहिए. हमारा पड़ोसी मुल्क जो आए दिन भारत को अस्थिर करने की चालें चलता रहता है, वह अगर भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सेंध लगा रहा है तो यह बड़ी गंभीर बात है, जिसपर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है.
लेकिन इनसब से इतर अगर यह बयान सिर्फ गुजरात चुनाव को देखते हुए दिया गया है तब भी इस बयान को भी हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए. क्योंकि महज चुनावी फायदे के लिए देश की सुरक्षा को दांव पर लगाने वाला बयान देना बेहद गंभीर है. वो भी तब, जब यह बात किसी और ने नहीं बल्कि खुद प्रधानमंत्री ने कही हो.
चुनाव में हार-जीत किसी की भी हो. गुजरात में किसी की भी सरकार बने, लेकिन भारत की सुरक्षा को लेकर बयानबाजी करना ठीक नहीं है. वहीं अगर यह बयान सच है तो इस मामले को लेकर सरकार को अपना रुख स्पष्ट कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. क्योंकि जिस पार्टी ने यह सवाल उठाया है केंद्र में उसी की सरकार है. जिसे जांच करवाने और कार्रवाई करने में ज्यादा दिक्कत नहीं आनी चाहिए.