मंडी (द्रंग). पंचायत टाइम्स की टीम गुरुवार की शाम द्रंग विधानसभा के बरोट इलाके में पहुंची. यहां से हमारे संवाददाता राजन पांडेय लाइव हुए.
बरोट में बढ़ा पर्यटन
बरोट के बारे में वह बताते हैं कि पर्यटन के लिये यह घाटी हालिया दिनों में तेजी से उठी है. यहां पर वह 1993 से लगातार चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता, मंत्री और विधायक कौल सिंह ठाकुर के साथ बात करने पहुंचे थे लेकिन समय देने के बावजूद वह सामने ही सामने यहां से निकल गये और उनके साथ लाइव कर पाना हमारे लिये संभव नहीं हुआ.
ट्राउट का शिकार
हिमाचल की इकलौता आईआईटी यहीं पर स्थित है. हिमाचल में मौसमी नदियों को खड्ड कहा जाता है. यहां पर ऊल खड्ड स्थित है जहां ट्राउट मछली खूब मिलती है. जिसके शिकार के लिये यहां पर लाइसेंस की व्यवस्था है क्योंकि प्रजनन के समय के दौरान शिकार प्रतिबंधित होता है. नवंबर से फरवरी तक यह प्रतिबंध लागू रहता है. यहां एक चाय की दुकान पर आम लोगों के साथ बात-चीत करते हुए वह लाइव की शुरुआत करते हैं. लोग ट्राउट मछली की फार्मिंग के बारे में बताते हैं कि यहां पर दो प्राइवेट फर्म हैं, एक सरकारी है, सात नाले हैं. ठाकुर राम सिंह बरोट में ही रहते हैं, वोट किसे देंगे यह पूछने पर कहते हैं कि वह भाजपा समर्थक हैं और हर हालत में भाजपा का ही समर्थन करते हैं.
जन-मन की बात
वहीं मौजूद एक दूसरे व्यक्ति से बात करने पर पता चलता है कि वह ट्रैकिंग करवाते हैं. द्रंग के पर्यटन के बारे में बताते हुए वह कहते हैं कि उनके साथ आया हुआ ग्रुप यहां पर ट्रैंकिंग करके बहुत खुश है.
यहां मौजूद, एक अन्य व्यक्ति जो हिमाचल के ही हैं वह पूर्ण सिंह को वोट करने के लिये कहते हैं, पूर्ण सिंह कांग्रेस के ही थे और यहां से टिकट मांगने के बावजूद जब नहीं मिला तो बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं. खबरों के मुताबिक वह वीरभद्र के इशारे पर ही कौल सिंह ठाकुर के विरोध में खड़े हुए हैं क्योंकि वीरभद्र और कौल सिंह के आपस में नहीं बनती.
इसी गांव के रहने वाले एक और व्यक्ति कहते हैं कि यहां पर सबसे बड़ी दिक्कत गड्डों वाली सड़क है. एक और व्यक्ति अपनी तरफ से टोक कर कहते हैं कि यहां पर कोई सरकारी योजना पूरी नहीं हो पायी. इस क्षेत्र के भाजपा समर्थक काफी खुल कर सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश जताते हैं.