ऊना(चिंतपूर्णी). हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव के लिए 9 नवंबर को मतदान सम्पन्न हो चुका है. प्रदेश में किस पार्टी की सरकार बनेगी, कौन सा प्रत्याशी किस पर भारी पड़ा, यह आने वाले 18 दिसंबर को हो पता चल जाएगा, लेकिन विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद भी राजनीतिक पार्टियों द्वारा खुलेआम चुनाव आयोग के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
प्रदेश चुनाव आयोग ने मतदान प्रक्रिया खत्म होने के तुरन्त बाद राजनीतिक पार्टियों को चुनावी सामग्री हटाने के सख्त आदेश जारी किए थे. लेकिन, इन आदेशों को अनदेखा किया जा रहा है. अम्ब कस्बे में जगह-जगह प्रत्याशियों और राजनीतिक पार्टियों के बैनर व पोस्टर लगे हुए हैं.
प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने इन्हें हटाने की तरफ कोई ध्यान नहीं है. पूरे चिंतपूर्णी हलके में राजनेताओं और पार्टियों के पोस्टर और बैनर लगे हैं, बस स्टैंड, मुख्य बाजार, सार्वजनिक स्थलों व मुख्य मार्गों के पेड़ों पर पोस्टर, बैनर लगे हुए हैं.
हैरानी की बात है कि उच्चाधिकारियों के कार्यालय के साथ सटी दुकानों पर भी राजनितिक पार्टियों के लगे हुए झंडे अधिकारियों को दिखाई नहीं दे रहे है। सभी पार्टियों को नोटिस जारी करके चुनाव सामग्री हटाने निर्देश दे दिए गए हैं, अगर फिर भी किसी पार्टी द्वारा चुनाव सामग्री नहीं हटाई जाती तो उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.