रांची. सरकारी राशि भुगतान की प्रक्रिया में हाल में किए गए बदलाव के बाद रांची विश्वविद्यालय के दो हजार से अधिक सेवानिवृत शिक्षक व कर्मचारियों के लिए मुसिबत खड़ी हो गई है. पिछले दो महीनों से इन्हें पेंशन की राशि नहीं मिल पाई है. दिसम्बर 2017 से लेकर जनवरी 2018 का पेंशन इनके एकाउंट में ट्रांसफर नहीं किया गया है.
मालूम हो कि सरकार ने विश्वविद्यालय के आंतरिक स्त्रोत से खर्च करने पर रोक लगा दी है. जिसके बाद विश्वविद्यालय को सरकार से पेंशन के लिए सरकार पर निर्भरता बढ़ गई है. रांची विवि के पेंशनधारियों के लिए एक महीने में छह करोड़ 70 लाख रुपये की आवश्यकता होती है. इस तरह फिलहाल विवि को तीन माह के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये की आवश्यकता है.
वहीं सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है कि वेतन व पेंशन का भुगतान अब ट्रेजरी के माध्यम से होगा. पूर्व में सरकार ट्रेजरी से स्वयं राशि की निकासी कर संबंधित विवि को निर्गत कर देती थी. अब स्थिति बदल गयी है. अब राज्य सरकार के आदेश पर राशि डोरंडा ट्रेजरी जाती है. यहां से राशि रांची ट्रेजरी ट्रांसफर की जाती है. रांची ट्रेजरी से संबंधित पेंशनर को आरटीजीएस के माध्यस से पेंशन का भुगतान करती है.
इसके साथ ही एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि का ट्रेजरी से भुगतान करने के लिए वित्त विभाग की अनुमति जरूरी है.