शिमला. शिमला नागरिक सभा ने टूटू में जनता की समस्याओं को लेकर बुधवार को टूटू चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया. नागरिक सभा द्वारा टूटू के बाजार में एक रैली का भी आयोजन किया गया. इस दौरान बिजली बोर्ड के ऑफिस के बाहर जोरदार नारेबाजी की गई. नागरिक सभा ने नगर निगम व जिला प्रशासन को चेताया है कि अगर समस्याओं का शीघ्र समाधान न हुआ तो नागरिक सभा का आंदोलन उग्र होगा.
शिमला नागरिक सभा अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा है कि टूटू में समस्याओं का अंबार है परन्तु नगर निगम व जिला प्रशासन की ओर से कभी कोई पहलकदमी नहीं हुई है. पिछले 13 दिन से टूटू में रोजाना 2 घण्टे से लेकर 8 घण्टे तक बिजली गुल रही है. बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं और बिजली बन्दी से जनता परेशान है. यह सब इसके बावजूद हो रहा कि टूटू में एक 66 केवी व एक 33 केवी बिजली पावर स्टेशन चल रहे हैं.
टूटू में कूड़े-कचरे के ढेर लगे हुए हैं. इस से बन्दरों व कुत्तों का आतंक और बढ़ गया है. विजयनगर, शिवनगर, मज्याठ, लोअर टूटू व सीनियर सेकेंडरी स्कूल तक एम्बुलेंस रोड की व्यवस्था नहीं है. टूटू के लिए कोई एचआरटीसी टैक्सी सुविधा नहीं है. टूटू के लिए सरकारी लोकल बसें इक्का दुक्का ही हैं. टूटू के ज्यादातर कस्बों में आज तक पब्लिक टॉयलेट की सुविधा नहीं है. टूटू में स्ट्रीट लाइटों की भारी कमी है. पार्किंग व बस स्टैंड की सुविधा का अभाव है. सड़कों किनारे नालियों में गन्दगी फैली है. 80 प्रतिशत से ज्यादा मकान रेगुलर नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि एनजीटी के निर्णय से न केवल टूटू अपितु साथ की लगती दर्जनों पंचायतों पर भी खतरा मंडरा रहा है. निर्णय से शहर की जनता के जीवन व स्मार्ट सिटी के तहत 1500 करोड़ रुपये से नगर निगम के कोर एरिया में विकास कार्यो को ग्रहण लग जायेगा. टूटू का विकास कार्य भी ठप्प हो जाएगा. इसलिये सभी स्टेकहोल्डरों व समाजसेवी संस्थाओं व संगठनों को आगे आकर इस जनविरोधी निर्णय के खिलाफ मुखर होना होगा.
नागरिक सभा के प्रदर्शन में विजेंद्र मेहरा, बाबू राम, सोनिया, विवेक राणा, सुरजीत सिंह, भूपेंद्र कंवर, कृष्णा, रजनी, राजेश, विवेक, विमल, दलजीत, राजेन्द्र, सुरेंद्र, बेबी, बलविंद्र, रविन्द्र, अजय, बाली, रिंकू, संजीव, शारदा, पप्पी, पूर्ण चन्द, प्रेम दीवान, पुरुषोत्तम, नोबल, विपिन आदि मौजूद रहे.