कुल्लू(अन्नी). धनतेरस पर जिला कुल्लू के विभिन्न क्षेत्रों में सोने व चांदी के आभूषणों का कारोबार चार करोड़ के आंकड़े को पार कर गया. इसके पीछे सेब सहित अन्य फलों के बेहतर दाम को मुख्य वजह माना जा रहा है. हालांकि खुले बाजार में फल लोगों को महंगे मिले. इसके विपरीत मंडियों में बागवानों ने फल बेचकर खूब मुनाफा कमाया. इसी आय को धनतेरस पर सोने व चांदी के बेहतर कारोबार से जोड़कर देखा जा रहा है.
मनाली से लेकर कुल्लू, भुंतर, बंजार, आनी तक लोगों ने सोने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी की. कइयों ने सोने के सिक्के शगुन के तौर पर खरीदे. धनतेरस पर आभूषणों और बर्तनों की खरीदारी का प्रचलन है. मंगलवार को बाजार में काफी भीड़ देखी गई. दशहरा उत्सव के लिए सजे अस्थायी बाजार में भी लोगों ने जमकर खरीदारी की.
आभूषणों की खरीदारी के लिए कुल्लू के अखाड़ा बाजार पहुंची खराहल के चंसारी क्षेत्र की सविता देवी, हीरा मणी ने कहा कि इस बार भी वह आभूषणों की खरीदारी के लिए आई हैं. भुंतर में सोने व चांदी के आभूषण खरीदने के लिए जल्लूग्रां इलाके से आई निर्मला, चंपा आदि ने कहा कि हालांकि कई बार फलों के कारोबार में घाटा होता है, इसलिए वे महज चांदी के आभूषण या बर्तन ही शगुन के तौर पर खरीदती हैं.
इस बार फलों के कारोबार में मुनाफा हुआ है तो सोने के आभूषणों की खरीददारी कर रही हैं. बंजार की पिंकी, रेशमा, सुनीता, सोनिया आदि ने कहा कि धनतेरस पर उन्होंने आभूषणों के साथ सोने के सिक्के भी खरीदे हैं.
उत्सव का असर ढालुपर में चल रही दशहरा उत्सव की अस्थाई मार्केट में भी देखने को मिला है. यहां लगी बर्तन मार्केट में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी और दुकानों में तो तिल धरने की भी जगह नहीं थी. लोगों ने कांसे, पीतल व स्टील बर्तनों को खरीदने में अधिक दिलचस्पी दिखाई. धनतेरस पर लोगों ने कांसे के बर्तनों की अधिक खरीदादारी की है. यहां ढालपुर स्थित नागचला बर्तन स्टोर में दिनभर लोगों की भीड़ देखी गई.
क्या कहते हैं व्यापारी
नागचला के संचालक राकेश ने बताया कि धनतेरस को बर्तनों की खरीद के लिए अच्छा पर्व माना जाता है. उनकी दुकान में सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा है. लोगों ने हर किस्म के बर्तनों की खरीददारी की है. कांसे के साथ पीतल व स्टील को भी खरीदा है.
अखाड़ा बाजार स्थित राम हरी ज्वेलर्स के मालिक जेइंद्र पाल सिंह ने कहा कि अन्य दिनों के मुकाबले धनतेरस को लोगों की भीड़ अधिक रही है. उन्होने कहा कि लोगों को चांदी के सिक्कों के साथ आभूषण खरीदे.