मंंडी(धरमपुर). शनिवार मंडी में हुई कांग्रेस की रैली के कारण हजारों लोग परेशान हुए. क्योंकि परिवहन निगम की दर्जनें भर बसें इस रैली के लिए भेजी गई थी. सजा ओपिपलु ज़िला परिषद सदस्य भूपेन्द्र सिंह ने सरकार और निगम की कड़ी निंदा की है कि बिना सूचना और वैकल्पिक व्यवस्था के बसें रैली के लिए भेज दी गई. जिस कारण हजारों लोगों को पूरा दिन परेशान होना पड़ा और कई लोगों को टैक्सियों से महंगा सफर करना पड़ा.
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शिमला और अन्य स्टेशनों की 60 बसे रूट निगम ने कांग्रेस सरकार के आदेशों के कारण रद्द कर दी गई थी. जबकि इसकी जानकारी लोगों को नहीं थी. उन्होने इसे तानाशाही वाला फैसला बताया और भविष्य में पहले से निर्धारित रूटों को इस तरह के कार्यक्रमों और रैलियों के लिये अचानक रद्द न करने के लिए नियम बनाने की भी मांग की है.
भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि उन्होने रज्यपाल हिमाचल प्रदेश को इस बारे शिकायत भेजी है और उनसे रैली के लिए रद्द किये गए बस रूटों के कारण जनता को हुई परेशानी के लिए जिम्मेवार परिवहन निगम के अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग की है. भूपेन्द्र सिंह ने आरटीआई के माध्यम से यह भी सूचना मांगी है कि बस रूट किसके आदेशों और किन नियमों के तहत रद्द किये गए.