शिमला(रामपुर बुशहर). उपमंडल रामपुर की नरैण पंचायत की जराशी-पेलन सड़क सीपीएस नंद लाल के आश्वासन के बाद भी लोक निमार्ण के अधीन नहीं हो पायी है. जिस कारण पिछले सात सालों से सड़क खस्ता हाल बनी हुई है. रामपुर की महिला मोर्चा मंडल की अध्यक्ष अनु पौंड, राजेश खूंद, प्रदीप रांझा सहित अन्य ग्रामीणों ने सरकार और सीपीएस पर क्षेत्र की अनदेखी का आरोप लगाया है.
अनु पौंड ने कहा कि इस सड़क के लिये भाजपा कार्यकाल में तीन लाख रुपये की राशि पास करवायी गयी थी. जिसके बाद ग्रामीणों ने श्रमदान और खुद राशि खर्चकर सड़क का निर्माण पूरा किया. दो किलोमीटर लंबी सड़क से 400 की आबादी को लाभ होगा. लोगों की मांग पर सीपीएस ने सड़क को लोक निर्माण विभाग के अधीन लाने का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक यह सड़क खस्ताहाल है.
क्षेत्र की मुख्य नक़दी फसल सेब है. जिसे सड़क की स्थिति ठीक न होने से बागवानों को कड़ी मशक्त करने के बाद सेब की फसल को मुख्य सड़क तक पहुंचना पड़ता है. जिसका उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. लोगों ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार को क्षेत्र की अनेदखी का जवाब वह आने वाले विधानसभा चुनाव में देंगे.