नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार को प्रवासी सांसदों के संसदीय कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. पीएम ने विभिन्न देशों से आये प्रवासी भारतीय सांसदों को संबोधित करते हुये कहा कि जब भी आप किसी देश में अपने काम से वहां की राजनीति और पॉलिसी को प्रभावित करते हैं तो हमें गर्व होता है. उन्होंने सांसदों को संबोधित करते हुये कहा कि हमें नहीं मालूम कि आज आपके पूर्वज कहां होंगे, लेकिन यहां देखकर वो खुश हो रहे होंगे.
पीएम ने प्रवासी भारतीय का स्वागत करते हुये कहा कि भारत अब आगे बढ़ रहा है और लोगों की अपेक्षाएं चरम पर है. उन्होंने कहा, “इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप दुनिया के किस कोने से आए हैं लेकिन आपको यहां देखकर सबको खुशी हो रही है. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 3-4 वर्षों में लोगों का नजरिया भारत के प्रति बदला है. भारत अब आगे बढ़ रहा है. लोगों की अपेक्षाएं चरम पर हैं.”
बड़े बदलाव के दौर में भारत
उन्होंने भारतीय मूल के सांसदों को संबोधित करते हुये कहा, “अगर मैं राजनीति की बात करूं, तो मैं देख पा रहा हूं कि मेरे सामने भारतीय मूल के सांसदों का एक मिनी वर्ल्ड पार्लियामेंट बैठा है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम आगे बढ़ रहे हैं उससे वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ जैसे तमाम संगठन हमारी तरफ सकारात्मक तरीके से देख रहे हैं.”
पीएम ने कहा कि भारत उस सोच से उपर निकल चुका है जिसमें कहा जाता था कि जैसा चलता है वैसे ही चलने दो अब भारत बड़े बदलाव की प्रक्रिया से गुजर रहा है. उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की तारीफ करते हुये कहा कि सुषमा जी अपने देशों के साथ-साथ प्रवासी लोगों से भी सीधे तौर पर जुड़ी हुईं हैं.
उन्होंने चीन की विस्तारवादी नीति पर भी प्रश्न उठाते हुये कहा कि हम किसी के संसाधनों का गलत इस्तेमाल करना नहीं चाहते हैं. हमारा ध्यान क्षमता निर्माण और संसाधन के विकास पर है.