नई दिल्ली. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के ज़रिए 35वीं बार देश को संबोधित किया. उन्होंने संबोधन की शुरुआत हरियाणा के पंचकुला में हुई हिंसा के ज़िक्र से की. पीएम ने कहा कि आस्था के नाम पर हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि कानून से बढ़कर कोई नही है. कानून दोषियों को सज़ा देकर ही रहेगा.
पीएम मोदी ने कहा कि एक ओर देश उत्सवों में डूबा है, तो दूसरी ओर हिंसा की ख़बरें आती हैं. यह बुद्ध का देश है. पीएम मोदी ने गणेश उत्सव, ईद-उल-अज़हा, ओणम और जैन धर्म के त्योहार की बधाई दी.
पीएम ने एक महिला के फ़ोन कॉल को भी सुनाया. जिसमे उसने कहा था कि लोग मॉल और शोरूम में तो मोल-भाव नही करते मगर छोटे दुकानदारों और रिक्शा वालों से पांच-पांच रुपये का मोल-भाव करते हैं. इस पर पीएम मोदी ने नाराज़गी जताई.
इसके अलावा उन्होंने स्वच्छता पर भी बात की. उन्होंने कहा कि त्योहारों को स्वच्छता से जोड़ना चाहिए. सिर्फ़ घर ही नही हमें चाहिए कि हम अपना मोहल्ला, अपना शहर और अपने देश को साफ़ रखे. पीएम ने गुजरात के जमीयत उलेमा-ए-हिन्द की भी तारीफ़ की, जिन्होंने गुजरात बाढ़ के बाद मंदिर और मस्जिद की सफ़ाई की थी.