नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यमुना नदी की सफाई और दिल्ली की पेयजल आपूर्ति से संबंधित मुद्दों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में कई नेता हुए शामिल
बुधवार शाम को आयोजित बैठक के दौरान यमुना नदी की सफाई और कायाकल्प और दिल्ली के पेयजल मुद्दों पर एक प्रस्तुति दी गई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव-2 शक्तिकांत दास और प्रधानमंत्री के अतिरिक्त सचिव अतीश चंद्रा शामिल हुए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपने घोषणापत्र में यमुना को साफ करने का वादा करते हुए कहा था कि यमुना “गंदगी और कचरे से भरे एक प्रदूषित नाले में बदल गई है। आम आदमी पार्टी (आप) के शासन को “आप-डीए” करार देते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि 8,500 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद आप-डीए यमुना को साफ करने में विफल रही है।
भाजपा ने अपने बयान में कहा कि हम साबरमती रिवरफ्रंट की तर्ज पर यमुना रिवरफ्रंट विकसित करने के लिए केंद्र सरकार के साथ सहयोग करेंगे, जिससे नदी के किनारों पर 24×7 कमर्शियल इस्टैब्लिशमेंट, इंटरैक्टिव शो, थिएटर और अन्य मनोरंजन सुविधाएं सुनिश्चित होंगी।