नई दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक महाघोटाले के आरोपियों को पकड़ने में सीबीआई को पहली कामयाबी मिली है. सीबीआई की टीम ने फर्जी लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एलओयू) जारी कराने वाले पीएनबी के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों आरोपियों को मुंबई में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा.
गोकुलनाथ शेट्टी उस ब्रांच के तत्कालीन डिप्टी मैनेजर थे जहां से नीरव मोदी की कंपनी ने एलओयू हासिल किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की मानें तो पीएनबी के डिप्टी मैनेजर रहे गोकुलनाथ शेट्टी ने ही नीरव मोदी की कंपनियों को फर्जी तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दिया.
इससे पहले गुरुवार को सीबीआई की ओर से एक और एफ़आईआर दर्ज की गई थी. सीबीआई की ओर से की गई यह एफआईआर 4,886 करोड़ रुपए के लिए मेहुल चौकसी, उनके पदाधिकारियों, गीतांजलि समेत तीन कंपनियों और पीएनबी के अधिकारियों के खिलाफ है. इस एफआईआर में कई और बैकों के नाम भी सामने आए हैं जिन्होंने पीएनबी के कहने पर मॉरिशस, बहरीन, हांगकांग, फ्रैंकफर्ट जैसे देशों में घोटालेबाजों के लिए करोड़ों की रकम दी.