आज जनता दल (यूनाइटेड) की बैठक हो रही है. बैठक में पार्टी के सभी विधायक, विधान पार्षद और पूर्व विधायक शामिल हो रहे हैं. बैठक में जदयू की मुखिया नीतीश कुमार भी भाग ले रहे हैं. बैठक में ताजा राजनीतिक हालात पर भी विचार-विमर्श की संभावना है. साथ ही पार्टी की अपनी नीतियों और सामाजिक आंदोलन के लिए भागीदारी के कार्यक्रम की समीक्षा की जायेगी. हाल ही में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में इस बैठक की रूपरेखा तय की गयी थी. बिहार में ताजा राजनीतिक उठापटक और लालू यादव के सम्पत्तियों के बीच इस बैठक को अहम माना जा रहा है. हालांकि पार्टी के मुताबिक इसे रूटिन बैठक कहा गया है, जिसे हर दो महिने पर करने का निर्णय लिया गया था.
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने राजद का साथ छोड़ने पर बाहर से समर्थन देने की बात कही है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद का साथ छोड़ने का फैसला करें, तो भाजपा उनकी सरकार को बाहर से समर्थन देने को तैयार है. नित्यानंद राय ने यह बयान सोमवार को राजद की बैठक के बाद दिल्ली में दिया. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इसका अंतिम रूप से फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा.
वहीं सोमवार को राजद के विधायकों की बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे यह निर्णय लिया गया. सोमवार को लालू यादव के निवास पर हुए राजद की बैठक में लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री राबड़ी देवी मौजूद रही. दो विधायक राहुल तिवारी और संजय यादव ने बैठक में भाग नहीं लिया. बताया जा रहा है कि वे शहर में नहीं हैं. राजद की बैठक के दौरान वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी फोन किया. उन्होनें कहा कि छापेमारी के बाद लालू प्रसाद से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने टेलीफोन पर बात की.
विधायकों ने एक स्वर से कहा कि सीबीआइ के मुकदमे के बाद भी उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव इस्तीफा नहीं देंगे. बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने बैठक में बनी सहमति की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विधायक दल की राय बनी है कि अभी उपमुख्यमंत्री के इस्तीफा देने का औचित्य नहीं है. दूसरी ओर पार्टी सूत्रों ने बताया कि अगर सीबीआइ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद को गिरफ्तार करने आती है, तो उसके पहले उनका इस्तीफा सरकार को भेज दिया जायेगा.
सिद्दीकी ने बताया कि देश में चल रही वर्तमान राजनीतिक परस्थितियां, राष्ट्रपति चुनाव और 27 अगस्त को राजद की प्रस्तावित रैली इन तीन मुद्दों पर बातचीत की गई. उन्होंने बताया कि बैठक में यह चर्चा हुई कि भाजपा देश में विद्वेष की राजनीति चला कर राज्य की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है.
एक सवाल के जवाब में सिद्दीकी ने कहा कि राज्य में महागठबंधन किसी भी प्रकार से अस्थिर नहीं है. राज्य में महागठबंधन की सरकार है, न कि एक पार्टी की.
बिहार में बहुमत के लिए 122 सीट चाहिए जबकि जदयू के पास 71 सीटें हैं.