नई दिल्ली. अंबेडकर के पोते और सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश अंबेडकर ने महाराष्ट्र बंद के फैसले को वापस ले लिया है. राज्य में हुये हिंसा के बाद उन्होंने बंद वापस लिया है. उन्होंने एक दिन पहले महाराष्ट्र बंद करने का फैसला लिया था. बहुजन महासंघ के अध्यक्ष डॉ. प्रकाश आंबेडकर के निर्णय का 250 संगठनों ने समर्थन दिया. नए साल पर कुछ दलित संगठनों ने भीमा-कोरेगांव युद्ध को शौर्य दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था. इस दौरान उनकी झड़प कथित हिन्दुवादी संगठनों से हो गयी. हिंसा में एक दलित की मौत हो गयी थी.
कांग्रेस ने महाराष्ट्र में उपजे हिंसा के लिये आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया था. कांग्रेस के आरोप को खारिज करते हुये आरएसएस ने कहा कि हिंसा के पीछे ‘जेएनयू ब्रिग्रेड’ का हाथ है. वहीं, गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि हिंसा में किसी भी व्यक्ति की हत्या नहीं हुई है, यह अफवाह सोशल मीडिया पर फैलायी जा रही है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया है कि इस हिंसा के पीछे आरएसएस का हाथ है.