नई दिल्ली. मोदी सरकार के तीन मंत्री राजीव प्रताप रूडी, उमा भारती, फग्गन सिंह ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही 8-9 अन्य मंत्रियों से इस्तीफा लेने की तैयारी है. केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन, संजीव बलियान, कलराज मिश्रा और गिरिराज सिंह को पद से हटाया जा सकता है. जिन मंत्रियों को हटाया जा रहा है उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है. मंत्रीमंडल में जदयू के नेताओं को भी शामिल किया जा रहा है.
मोदी 2 सितंबर को चीन के दौरे पर जा रहे हैं. कयास लगाये जा रहे हैं कि उनके दौरे से पहले नये मंत्रियों को पदभार दे दिया जाएगा. मंत्रियों को पद से हटाने के बाद उन्हे पार्टी में कोई पद दिया जा सकता है.
मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद अश्विनी चौबे, हेमंत बिस्वा, पह्लाद जोशी, भूपेन्द्र यादव, विनय सहस्त्रबुद्धे, हरीश द्विवेदी, सुरेश आंगड़ी और सतपाल सिंह पर गाज गिर सकती है.
इस फेरबदल के बाद देश को ‘फुल-टाइम’ रक्षा मंत्री मिल जाएगा. मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद रक्षा मंत्री की जिम्मेवारी भी वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास है. चीन के साथ सीमा विवाद और पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के मद्देनजर एक फुल-टाइम रक्षा मंत्री की मांग लगातार उठ रही थी.
रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पद से हटाया जा सकता है. ट्रेन हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए वे पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. तब प्रधानमंत्री ने इंतजार करने को बोला था.