नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘ परीक्षा पर चर्चा ‘ कार्यक्रम में छात्रों से चर्चा की. यह कार्यक्रम परीक्षा और शिक्षा से जुड़ा हुआ है. पीएम मोदी ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा से पहले छात्रों के सवालों के जवाब दिए और उन्हें टिप्स भी दिए.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आज भी एक विद्यार्थी हूं. भीतर के छात्र को नहीं मरने देना सबसे बड़ी शिक्षा है. सेल्फ कॉन्फिडेंस कड़ी मेहनत और खुद को चुनौती देने से आती है. हमें हमेशा खुद को और अच्छा बनाने पर फोकस करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सही कुशलता और सच्ची लगन के साथ आत्मविश्वास भी बहुत जरूरी. इसके बिना मेहनत प्रभावी नहीं होगा. पीएम ने कहा, आत्मविश्वास न हो तो देवता भी कुछ नहीं कर सकते. आप खुद के परीक्षक हो, ऐसा सोचकर परीक्षा में बैठो.
कनाडा के खिलाड़ी का उदाहरण
प्रधानमंत्री ने कनाडा के एक खिलाड़ी का उदहारण देते हुए कहा कि अभी साउथ कोरिया में विंटर ओलिंपिक चल रहे हैं. इसमें कनाडा का एक खिलाड़ी खेल रहा है. वो स्नोबोर्ड में ब्रॉन्ज मेडल लाया. लेकिन अभ्यास के दौरान उसे 10-15 जगह चोट लगी थी. वो अस्पताल में पड़ा था. लेकिन चार-पांच दिन पहले उसने मेडल जीता. उसने अपने फेसबुक पर दो फोटो अपलोड की. एक में अस्पताल की फोटो और दूसरी में मेडल जीतने की. उसकी तस्वीर का कैप्शन है ‘धन्यवाद ज़िंदगी’. कहने का तात्पर्य ये है कि आत्मविश्वास हर पल प्रयासों से आता है. हमें खुद का निरीक्षण करना होगा.