नई दिल्ली. भीमा कोरेगांव में दलित संगठनों द्वारा शौर्य दिवस पर निकाली गई रैली पर कथित हिन्दुवादी संगठनों के हमले के विरोध में जेएनयू छात्रसंघ ने दिल्ली के महाराष्ट्र भवन पर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में जेएनयू सहित दिल्ली के कई विश्वविद्यालयों के छात्रों ने हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारी कस्तुरबा गांधी मार्ग के पास एकजुट हुये, और वहां से नारेबाजी करते हुये महाराष्ट्र सदन तक गये, जहां उन्हें पुलिस द्वारा रोक दिया गया.
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुये ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन(आइसा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचेता डे ने कहा कि दलितों पर हमला करने वाले सीधे तौर पर भाजपा से जुड़े हुये हैं. उन्होंने कहा कि ये हमले सीधे तौर पर भाजपा और महाराष्ट्र सरकार की सरपरस्ती में हो रहे हैं. सुचेता ने हमला रोकने में विफल रहने के लिये महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से इस्तीफा की मांग की. उन्होंने दिल्ली पुलिस पर प्रदर्शन रोकने के लिये दबाव बनाने का आरोप भी लगाया.
जेएनयूएसयू की अध्यक्ष गीता कुमारी ने कहा कि छात्र इस संबंध में महाराष्ट्र के रेजिडेंट कमिश्नर को ज्ञापन देना चाहते थे, लेकिन उन्हे मुलाकात करने की अनुमति नहीं दी गई. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिये पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी थी, जिसे उन्होंने तोड़ दिया. इस दरम्यान पुलिस से हल्की झड़प हुई लेकिन किसी को चोट नहीं आई है.