नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक नई परंपरा का आगाज किया. उन्होंने दलगत भावना से ऊपर उठकर बीजेपी के दिग्गज नेता रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. राहुल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ-साथ कई पूर्व प्रधानमंत्रियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. 108 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा की पहली ब्रेक के बाद राहुल ने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के समाधी स्थलों पर पहुंचे और उन पर फूल चढ़ाए और इन महापुरुषों को नमन किया.
लाल बहादुर शास्त्री को भी किया याद
राहुल गांधी विजय घाट पहुंचे और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की.
राहुल ने अटल बिहारी वाजपेयी को भी दी श्रद्धांजलि
राहुल गांधी ने सबसे पहले अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि ‘वीर भूमि’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद उन्होंने इंदिरा गांधी की समाधि ‘शक्ति स्थल’, नेहरू की समाधि ‘शांति वन’, लाल बहादुर की समाधि ‘विजय घाट’, महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और वाजपेयी की समाधि ‘सदैव अटल’ जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. बड़ी बात है कि गांधी परिवार का कोई सदस्य या कांग्रेस का कोई शीर्ष नेता पहली बार वाजपेयी की समाधि पर पहुंचा. वाजपेयी की 25 दिसंबर को जयंती थी.
भारत जोड़ो यात्रा पर थोड़े दिनों के लिए ब्रेक
कांग्रेस पार्टी के अनुसार, पहले राहुल गांधी का शनिवार शाम ही इन नेताओं की समाधियों पर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन शनिवार शाम पदयात्रा के पूरा होने में समय लग जाने के कारण इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में करीब 3,000 किलोमीटर की दूरी तय करके दिल्ली पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने इन प्रमुख नेताओं की समाधियों पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की.
पदयात्रा करते हुए राहुल और कई अन्य ‘भारत यात्री’ शनिवार को दिल्ली में दाखिल हुए थे. कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई यह यात्रा अब तक नौ राज्यों- तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली से गुजर चुकी है. यात्रा लगभग आठ दिनों के विराम के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अंत में जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ेगी.
फिर शुरू होगी यात्रा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 3 जनवरी से उत्तर प्रदेश से शुरू होगी और तीन जिलों को कवर करेगी. इसके बाद 4 जनवरी को बागपत, 5 जनवरी को शामली और 6 जनवरी को कैराना से होते हुए हरियाणा के सोनीपत जाएगी. इसके बाद यात्रा पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना होगी.